Wednesday, October 17, 2018

पाक के 10 बार सर्जिकल स्ट्राइक करने के बयान पर भारतीय सेना ने कहा-

ई दिल्ली. भारतीय सेना ने बुधवार को पाकिस्तान आर्मी के 10 बार सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी। सेना के उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा- भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई भी करेगी। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनका (पाक) का बयान किस संदर्भ में आया।
हाल ही में पाक आर्मी प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने शनिवार को लंदन में कहा था कि अगर भारत ने अब एक बार भी सर्जिकल स्ट्राइक की तो वह इसके जवाब में 10 सर्जिकल स्ट्राइक कर देगा। इस दौरान उनके साथ पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा भी मौजूद थे।
भारत में आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों को लेकर रणबीर सिंह ने कहा- हमारे सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी हालात में कोई बदलाव नहीं आया। हमें जानकारी मिली है कि पाक में प्रशिक्षित आतंकी लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने बताया- सीमा के भीतर बनाए गए हमारे तंत्र घुसपैठ रोकने में काफी कामयाब हैं। इसी वजह से हम बड़ी संख्या में आतंकियों को मारने में कामयाब हो रहे हैं।
भारतीय सेना ने 26 सितंबर 2016 को पीओके में 3 किलोमीटर तक अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। इस दौरान 40 से ज्याादा आतंकी मारे गए थे। सेना ने यह कार्रवाई उरी में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले के जवाब में की थी।
मेरठ. आर्मी इंटेलीजेंस ने जासूसी के आरोप में सेना के एक जवान से पूछताछ की। जवान मेरठ के कैंटोनमेंट बोर्ड में बतौर सिग्नल मैन तैनात था। सूत्रों के मुताबिक, पिछले तीन महीने से जवान की एक्टिविटी पर सेना का खुफिया विभाग नजर रखे हुए था। आरोप है कि जवान सेना की कुछ सूचनाओं को साझा करता हुआ पाया गया।

जवान उत्तराखंड का रहने वाला है। उससे पूछताछ की जा रही है। उस पर आरोप है कि वह करीब 10 माह से व्हाट्सअप के माध्यम से पाकिस्तान के किसी नंबर से संपर्क में था और अहम जानकारियां दे रहा था

दो साल से मेरठ कैंट में तैनात है जवान: जासूसी के आरोप में गिरफ्तार जवान करीब दो साल से मेरठ कैंट के सिग्नल रेजीमेंट में तैनात है। कई महीनों से यह खुफिया एजेंसियों के रडार पर था। हाल ही संदेह पुख्ता होने पर 9 अक्तूबर को उसे हिरासत में ले​ लिया गया, लेकिन मामला सेना से जुड़ा होने के चलते जवान की पहचान गोपनीय रखी गई है।

ब्रह्मोस जासूसी प्रकरण से जुड़ा होने का संदेह: आर्मी इंटेलीजेंस मान रही है कि यह जवान भी ब्रह्मोस जासूसी प्रकरण से जुड़ा हो सकता है। जवान ने भी सोशल मीडिया के जरिए संवेदनशील सूचनाएं लीक की हैं। पश्चिमी कमान से संबंधित गोपनीय जानकारी सोशल मीडिया के जरिए किसी को भेजी गई हैं। आरोपों की पुष्टि होने के बाद जवान को कोर्ट मार्शल किया जाएगा।

जांच के सिलसिले में चंड़ीगढ़ जाएगी टीम: आरोपी जवान जिस यूनिट में तैनात था, उसका हेडक्वार्टर चंड़ीगढ़ में है। पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई और जांच-पड़ताल के लिए जवान को चंडीगढ़ ले जाया गया है।

जासूसी के आरोप में नागपुर से इंजीनियर हुआ था गिरफ्तार
इससे पहले आठ अक्टूबर को यूपी एटीएस और मिलिट्री इंटेलीजेंस ने जासूसी के आरोप में नागपुर स्थित रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन के सीनियर इंजीनियर निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। उस पर आरोप था कि उसने नागपुर में ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट से अहम तकनीकी जानकारियां चोरी कर अमेरिका और पाकिस्तान को बेची है।