Wednesday, November 14, 2018

पांच बड़ी ख़बरें: मोल-भाव में सबसे माहिर हैं भारतीय: डोनल्ड ट्रंप

अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने मंगलवार को भारत को व्यापार समझौतों के नज़र से एक शानदार मोल-भाव करने वाला बताया. ट्रंप ने अपने संदेश में कहा कि अमरीका और भारत के बीच गहरे रिश्ते हैं और मैं प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी दोस्ती के लिए आभारी हूं.
ये बात उन्होंने व्हाइट हाउस में दिवाली समारोह के दौरान कही. उन्होंने कहा, "हम भारत के साथ बेहतर ट्रेड समझौते करना चाहते हैं लेकिन वो मोल-भाव में माहिर हैं. यक़ीनन वे इसमें सबसे अच्छे हैं. इसलिए हमें मेहनत करनी पड़ रही है, लेकिन कोशिश जारी है."
अमरीकी राष्ट्रपति ने अपने प्रशासन के क़रीब दो दर्जन भारतीय मूल के अमरीकी अधिकारियों को भी न्योता दिया था. इनमें अमरीका में भारतीय राजदूत नवतेज सिंह सारना और उनकी पत्नी डॉ. अविना सारना भी शामिल थीं.
व्हाइट हाउस में साल 2003 में पहली बार दिवाली समारोह हुआ था. तब जॉर्ज डब्ल्यू बुश अमरीका के राष्ट्रपति थे. लेकिन वह कभी ख़ुद इस समारोह में शामिल नहीं हुए. साल 2009 में बराक ओबामा अमरीका के पहले ऐसे राष्ट्रपति बने जिन्होंने ख़ुद व्हाइट हाउस में दिवाली समारोह में हिस्सा लिया.
तरलता की दिक़्क़त से निपटने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) 15 नवंबर को सरकारी बॉन्ड्स की ख़रीद के ज़रिये अर्थव्यवस्था में 12 हज़ार करोड़ रुपये डालेगा.
केंद्रीय बैंक ने मंगलवार को कहा कि आर्थिक प्रणाली में नकदी की स्थिति के आकलन और उसकी स्थायी ज़रूरत को देखते हुए ये फ़ैसला लिया गया है. बाज़ार में नकदी संकट सितंबर से बना हुआ है.
ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के सीईओ बिनी बंसल ने बदसलूक़ी के आरोप लगने के बाद पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. वॉलमार्ट ने छह महीने पहले ही कंपनी का अधिग्रहण किया था.
वॉलमार्ट ने बताया है कि बिनी बंसल ने 'गंभीर व्यक्तिगत बदसलूक़ी' के मामले में चल रही अंदरूनी जांच के कारण इस्तीफ़ा दिया है. हालांकि जांच में आरोपों के पक्ष में कोई सुबूत नहीं मिला, लेकिन 'दूसरी कई ख़ामियां सामने आई हैं.'
कंपनी ने बिनी बंसल पर लगे आरोपों के संबंध और ब्योरे नहीं दिए हैं. हालांकि एक साझा बयान में फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट की ओर से कहा गया है कि उन्होंने स्थिति पर अपनी प्रतिक्रिया में 'पारदर्शिता नहीं दिखाई.'
कर्मचारियों को लिखे ईमेल में बिनी बंसल ने लिखा है, "आरोपों से मैं हैरान हूं और मैं उन्हें ख़ारिज़ करता हूं."
ग़ज़ा में हमास और इसरायली सेनाओं के बीच जारी संघर्ष के मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक आपात बैठक हुई. लेकिन, हिंसा को रोकने को लेकर कोई कदम उठाने पर अभी फैसला नहीं हुआ है.
वहीं, फलस्तीनी गुटों ने मिस्र की मध्यस्थता में संघर्षविराम पर हामी भर दी है. उन्होंने कहा है कि अगर दूसरे पक्ष की ओर से संघर्षविराम दिखता है तो वे उस पर नज़र रखेंगे. वहीं इसरायल ने कहा है कि जब ज़रूरी होगा वे वहां हवाई हमले जारी रखेंगे. इसरायली हमलों में कम से कम छह फलस्तीनी लोगों की मौत हो चुकी है. हमास के लड़ाकों ने भी इसरायल सीमा के अंदर रॉकेट दागे हैं, जिनमें एक नागरिक की मौत हुई है.

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